जानकी कांत स्मरणं जय जय राम राम
नमः कोदंडहस्ताय
संधीकृतशराय च |
खंडिताखिलदैत्याय
रामायापन्निवारिणे ||
रागः : सिंधुभैरवि
तालः : आदि तिस्र गति
सदा ऎन्न नालिगॆयलि
बरलि रामनाम
बरलि रामनाम
सदा बरलि कृष्णनाम
सतत निन्न चरणसेवॆ
ऎनगॆ कोडु राम
निन्न नाम नॆनॆवुदकॆ
ऎनगॆ मनव नीडो
ना निन्न नंबिदॆ
श्रीरामचंद्र कायो
राम निन्न नाम रूप
नेमदिंद भजिसुवॆ
कामितार्थवीव मूल
नारायण नमिपॆनु
रघुपते रामचंद्र
राघव दयानिधे
जानकी कांत स्मरणं जय जय राम राम