जानकी कांत स्मरणं जय जय राम राम
महारत्नपीठे शुभे कल्पमूले
सुखासीनमादित्यकोटिप्रकाशम्
सदा जानकीलक्ष्मणोपेतमेकं
सदा रामचंद्रं भजेहं भजेहम् ||
रागः : नादनामक्रिया
तालः : आदि
कौसल्यासुत - कुशिकात्मजमखरक्षणदीक्षित - राम ।
मामुद्धर - शरणागतरक्षक - रविकुलदीपक - राम ॥
दशरथनंदन - दितिसुतखंडन - दीनजनावन - राम ।
पुरहरकार्मुकविदलनपंडित - पुरुषोत्तम - रघुराम ॥
खरदूषणमुखदितिसुतकाननदावानलनिभ - राम ।
शबरीगुहमुखभक्तवरार्चितपादांभोरुह - राम ॥
वालिप्रमथन - वातात्मजमुखकपिवरसेवित - राम ।
वासवविधिमुखसुरवरसंस्तुत - वारिजलोचन राम ॥
दशकंधरमुखदानवमर्दन - रक्षितभुवन - राम ।
सीतानायक - शीघ्रवरप्रद - सर्वजगन्नुत - राम ॥
भर्मविभूषणभूषितविग्रह - भाधीशानन - राम ।
भक्तभारतीतीर्थसुसेवित - भद्रगिरीश्वर - राम ॥
श्रीराम् जय राम्
जय जय राम्
श्रीराम् जय राम्
सीता राम्
दशरथनंदन राम् राम्
दशमुखमर्दन राम् राम्
रामभद्राचल राम राम्
जानकिजीवन राम् राम्
श्रीराम् जय राम्
जय जय राम्
श्रीराम् जय राम्
सीता राम्
जानकी कांत स्मरणं जय जय राम राम