गुरुदेवता भजनमंजरी

वंदे श्री चंद्रशेखरभारती वरदेशिकम्

घोषः

दक्षिणाम्नाय शृंगेरि शारदापीठ जगद्गुरु महाराज की जै|शृंगेरि जगद्गुरु विद्यारण्य गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु नृसिंहभारती गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्रीसच्चिदानंद शिवाभिनवनृसिंह भारती गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्रीचंद्रशेखरभारती गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्री अभिनव विद्या तीर्थ गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्री भारतीतीर्थ गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्री विधुशेखर भारती गुरु महाराज की जै|

श्लोकः

श्रीमच्चंदिरशेखरभारत्यभिधान­माश्रये यमिनम् |
निरवधिसंसृतिनीरधिमग्न­जनोद्धरणबद्धदीक्षं तम् |

कीर्तनम् — 5

रागः : हंसध्वनि

तालः : चापु

वंदे श्री चंद्रशेखरभारती वरदेशिकम् |
इंदुकलापूर्णं आनंद सौख्यदायकम् ||

वेदधर्म पालकं सुज्ञानमार्ग दीपकम् |
नादबिंदु कलातीतं आनतजन पालकम् ||

आदिशंकरार्यपीठ संस्थितं कृपाकरम् |
श्रीधर गुरुदासहृदय वासितं मनोहरम् ||

नामावलिः

विश्ववंद्यगुरो विमलस्वांतगुरो
चंद्रशेखरभारति मां पाहि विश्वगुरो
सत्यवादिगुरो विशालहृदयगुरो
शृंगेरिवासगुरो मां पाहि विश्वगुरो

घोषः

दक्षिणाम्नाय शृंगेरि शारदापीठ जगद्गुरु महाराज की जै|शृंगेरि जगद्गुरु विद्यारण्य गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु नृसिंहभारती गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्रीसच्चिदानंद शिवाभिनवनृसिंह भारती गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्रीचंद्रशेखरभारती गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्री अभिनव विद्या तीर्थ गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्री भारतीतीर्थ गुरु महाराज की जै|जगद्गुरु श्री विधुशेखर भारती गुरु महाराज की जै|