लक्ष्मीनरसिंह भगवान की जै | प्रह्लादवरदनिगॆ जै
श्रीमत्पयोनिधिनिकेतन
चक्रपाणे
भोगींद्रभोगमणिरंजित
पुण्यमूर्ते |
योगीश शाश्वत शरण्य
भवाब्धिपोत
लक्ष्मीनृसिंह मम देहि
करावलंबम् ||
रागः : केदार
तालः : आदि
पाहि श्री नृसिंह पालिसो |
विहगेंद्र वाहन |
पाहि श्री नृसिंह पालिसॊ ||
लील जाल विशाल कलिमल |
शूल खलु गोपाल श्रीलोल |
यदुबाल वनमाल |
शिशुपाल कालनॆ | पाहिश्री ||
वेदनाद विनोद बोध |
यशोद मुद मधुराधिकाधिप |
यादव भूधव |
श्रीधव माधव | पाहिश्री ||
सिंधु मंदिरविंद बंधुर नंद |
कंद मुकुंद गोविंद |
इंदिरॆ बंध सनंदादि वंद्यनॆ |
पाहि श्री ||
वासुकीशय दोषनाश |
दिनेश शशि संकाश लक्ष्मीश |
वासव पोष दशावेशभूषनॆ |
पाहि श्री ||
श्री मनोमय सोम कोमल नाम |
श्यामल ललाम निस्सीम |
कामित धाम संग्रमादि भीमनॆ |
पाहि श्री ||
मंगलांग भुजंग भंग विहंग
तुंग तुरंग नीलांग |
रंगा अनंग सुसंगा कृपांगनॆ |
पाहि श्री ||
क्षीर वारि विहार सार विचार
धुर कंठीरव वीर
हार केयूर शृंगारालंकारने |
पाहिश्री ||
जय नरसिंह श्री नरसिंह
लक्ष्मीनरसिंह
जय नरसिंह श्री नरसिंह
प्रह्लाद नरसिंह
लक्ष्मीनरसिंह भगवान की जै | प्रह्लादवरदनिगॆ जै