गुरुदेवता भजनमंजरी

शेषाद्रिनिलय | मधुसूधन |

घोषः

सप्तगिरि ऒडॆय वॆंकटरमण गोविंद गोविंद

श्लोकः

दिव्यांगदांकित भुजद्वय मंगलात्मन्
केयूरभूषण सुशोभित दीर्घबाहो |
नागेंद्र-कंकण-करद्वय कामदायिन्
श्री वेंकटेश मम देहि करावलंबम् ||

कीर्तनम् — 3

शेषाद्रिनिलय |
मधुसूधन |
श्रीवॆंकटेश |
पुरुषोत्तम करुणाकर ||

यादवेंद्र चक्रधारि |
वीरवॆंकटेश |
चतुर्वेदात्मक | श्रीनिवास |

गोविंद गोपाल |
तिरुमलेश |
श्रीवॆंकटेश |
पुरुषोत्तम करुणाकर ||

दीननाथ जगन्नाथ |
पद्मीनीश ईश |
परब्रह्मरूप |
श्रीनिवास ||

गोविंद गोपाल |
रुक्मिणीश |
श्रीवॆंकटेश |
पुरुषोत्तम करुणाकर ||

नामावलिः

वॆंकटरमण संकटहरण
पंकजदलनयन

घोषः

सप्तगिरि ऒडॆय वॆंकटरमण गोविंद गोविंद