गुरुदेवता भजनमंजरी

खाते भी राम कहो पीते भी राम कहो

घोषः

जानकी कांत स्मरणं जय जय राम राम

श्लोकः

सदा राम रामेति रामामृतं ते
सदाराममानंदनिष्यंदकंदम् |
पिबन्नन्वहं नन्वहं नैव मृत्योः
बिभेमि प्रसादादसादात्तवैव ||

कीर्तनम् — 1

रागः : चारुकेशी

तालः : आदि

खाते भी राम कहो
पीते भी राम कहो
सोते भी राम कहो
राम राम राम
राम राम राम
राम राम राम
राम राम राम
राम् राम् राम् ||

उठते भी राम कहो
फिरते भी राम कहो
गिर ते भी राम कहो
राम राम राम ||

पढते भी राम कहो
लिखते भी राम कहो
सुनते भी राम कहो
राम राम राम ||

खेलते भी राम कहो
जीत ते भी राम कहो
हार ते भी राम कहो
राम राम राम ||

हस ते भी राम कहो
रो ते भी राम कहो
मर ते भी राम कहो
राम राम राम ||

नामावलिः

राम राम राम
राम राम राम
राम राम राम
राम् राम् राम्

घोषः

जानकी कांत स्मरणं जय जय राम राम