भवानी माता की जय
नमामि यामिनीनाथलेखालंकृतकुंतलाम् |
भवानीं भवसंतापनिर्वापणसुधानदीम् ||
रागः : दुर्गा
तालः : आदि
जय जय दुर्गे जितवैरि वर्गे
वियदनिलादि विचित्र सर्गे ||
सुंदरतर चरणारविंदे
सुख परिपालित लोक वृंदे |
नंद सुनंदादि योगि वंद्ये
नारायण सोदरि परानंदे ||
सरस मणि नूपुर संगत पादे
समधिगताखिल सांगवेदे |
नर किन्नर वर सुर बहु गीते
नंदनुते निखिलानंद भरिते ||
कनक पटावृत घनतरजघने
कल्याणदायिनि कमनीय वदने |
इनकोटि संकाश दिव्याभरणे
इष्ट जनाभीष्ट दाननिपुणे ||
अनुदयलय सच्चिदानंद लतिके
आलोल मणिमय ताटंक धनिके |
नर नारि रूपादि कार्य साधिके
नारायण तीर्थ भावित फलके ||
जय दुर्गॆ जय दुर्गॆ
जय जगदीश्वरि जय दुर्गे
भवानी माता की जय